मुद्रा लोन योजना के तहत छोटे
व्यापारियों और उद्योगों को कामकाजी पूंजी के रूप में वित्तीय सहायता दी जाती है.
मुद्रा लोन योजना क्या है? |
मुद्रा योजना छोटे उद्यमियों (SME) को आसानी से कर्ज
उपलब्ध कराने की सरकार की योजना है. इसका पूरा नाम माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड
रीफाइनेंसिंग एजेंसी है.
मुद्रा लोन योजना के तहत छोटे व्यापारियों और
उद्योगों को कामकाजी पूंजी के रूप में वित्तीय सहायता दी जाती है. इसे
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के नाम से भी जाना जाता है.
मुद्रा योजना के तहत आप नया कारोबार/उद्योग
शुरू करने के लिए या अपने पुराने कारोबार को बढ़ाने के लिए लोन ले सकते हैं.
मुद्रा लोन योजना के तहत आप 10 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं. यह लोन किसी भी कमर्शियल बैंक से लिये जा
सकते हैं. आप PMMY के तहत टर्म लोन, ओवरड्राफ्ट सुविधा या कैश क्रेडिट जैसी सेवा पा सकते हैं. मुद्रा योजना से
देश में रोजगार को भी बढ़ावा मिला है. केंद्र की मोदी सरकार की सोच यह है कि मुद्रा
योजना में अगर कोई व्यक्ति कारोबार करने के लिए लोन लेता है तो वह कम से कम
तीन-चार और लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है. इससे देश में बेरोजगारी कम
करने में भी काफी मदद मिल सकती है.
मुद्रा योजना के तहत लोन
बांटने में महिला और अनुसूचित जाति/जनजाति के आवेदकों को प्राथमिकता दी जाती है.
मुद्रा योजना के तहत अब तक 1,05,272 करोड़ रुपये के लोन बांटे जा चुके हैं.
केंद्र सरकार के
मुताबिक मुद्रा लोन योजना के शुरू होने के बाद से अब तक बैंक ने 12 करोड़ उद्यमियों को छह करोड़ रुपये के लोन बांटे हैं.
सरकारी जानकारी के हिसाब से PMMY के 12 करोड़ लाभार्थियों में से 28 फीसदी या 3.25 करोड़
पहली बार कारोबार कर रहे हैं.
मुद्रा योजना में लोन के लिए कौन कर सकता है
आवेदन?
छोटे कारोबार के लिए
लोन चाहने वाली ये संस्था आवेदन कर सकती हैं:
प्रोपराइटरशिप फर्म पार्टनरशिप फर्म
छोटी
निर्माण
इकाई सर्विस सेक्टर की इकाई दुकानदार
फल-सब्जी विक्रेता
ट्रक/कार चालक
होटल मालिक
रिपेयर शॉप मशीन ऑपरेटर छोटे उद्योग
खाद्य प्रसंस्करण इकाई ग्रामीण एवं शहरी इलाके
के अन्य उद्योग
मुद्रा लोन के लिए
बेसिक योग्यता क्या है?
आवेदक भारत का नागरिक हो. गैर-कृषि कारोबार के
लिए लोन लेना हो. कॉरपोरेट संस्था नहीं हो.
कारोबारी जरूरत के लिए पैसे लिए जाने
हों. छोटे कारोबारी या दुकानदार हों.
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