आवासीय ऋण क्या है, आवेदन कैसे करें, ईएमआई, व्याज दर, लाभ और हानि | What is Home Loan,
HOME LOANS |
लोन एक बहुत प्रचलित शब्द है. जिसे हर व्यक्ति किसी ना किसी रूप मे लेता है कोई अपनी जरुरत के लिये तो कोई अपने सपने को पूरा करने के लिये लोन लेता है. लोन एक तरह का ऋण है जोकि, किसी भी बैंक द्वारा या आज कल कुछ प्राइवेट कम्पनी द्वारा भी दिया जाता है जोकि, एक राशि के रूप मे निश्चित ब्याज दर पर एक निश्चित अवधि के लिये लिया जाता है. लोन कई प्रकार का होता है जैसे- होम लोन,एजुकेशन लोन, व्यक्तिगत लोन, वाहन लोन आदि. यहाँ होम लोन के बारे में जानकारी दी जा रही है.
घर एक ऐसा स्थान होता है, जहाँ आप दिन भर के थकान से आराम लेने और अपने परिवार के साथ सुन्दर और सुखद क्षण व्यतीत कर सकते है. खुद का घर किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक जरुरत होती है, और इसको लेने या तैयार करने के लिए आवश्यक वित्त की भी जरुरत पड़ती है. इसे आवासीय ऋण के द्वारा पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आवेदन करने और इसके लिए ब्याज दर व लाभ को यहाँ दर्शाया गया है.
होम लोन या आवासीय ऋण क्या है? (What is Home Loan)
वैसे व्यक्ति जो अपना घर लेना चाहते है लेकिन उनके पास उस घर को लेने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं हो, तो वो किसी भी बैंक से ऋण लेकर अपने घर का सपना पूरा कर सकते है. इसके लिए बहुत सारे बैंक अपने ग्राहकों के लिए ऋण को लेने की पेशकश भी करते है, लेकिन व्यक्ति को ऋण देने के बदले में बैंक के द्वारा ऋणदाता की सम्पति ऋण को ब्याज सहित चुकाने तक, सुरक्षा के रूप में गिरवी रखी जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है की जब उधारकर्ता ऋण को नहीं चूका पाता है या चुकाने में असफल रहता है तो बैंकर उस गिरवी सम्पति को बेचकर उधार दिए गए धन की राशि को प्राप्त कर सकते है.
आवासीय ऋण के प्रकार (Home Loan types)
आवास ऋण कई प्रकार के हो सकते है जिनमे से कुछ इस प्रकार है – घर को खरीदने के लिए लिया जाने वाला ऋण, घर की मरम्मती के लिए लिया गया ऋण, घर के विस्तारीकरण के लिए ऋण, घर के निर्माण के लिए ऋण इत्यादि ये सभी आवासीय ऋण के अंतर्गत आते है.
आवासीय ऋण के लिए ब्याज दर (Home Loan interest rate)
सभी बैंक की ब्याज की दर अलग अलग होती है जिनमे से कुछ का विवरण हमने नीचे तालिका के माध्यम से देने की
आवासीय ऋण लेने के लिए योग्यता (Home Loan
eligibility)
किसी भी बैंक के द्वारा ऋण दिए जाने से पहले ये जरुर देखा जाता है कि
आप जितनी धन राशि का ऋण लें रहे है, उसको चुकाने के लिए आपके पास क्षमता है या नही. प्रत्येक बैंक कि अलग
अलग ऋण लेने की योग्यता का मानदंड हो सकता है.
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वित्तीय स्थिति :
बैंक या कोई भी संस्था आपकी आय और सम्पति के विवरण के आधार पर ही
आपको ऋण देंगे. इसके लिए आपको आपकी वेतन स्लिप और बैंक स्टेटमेंट दिखाने होंगे.
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आयु : ऋण
लेने के लिए उम्र न्यूनतम 18 वर्ष
और अधिकतम 60 होनी चाहिए.
·
क्रेडिट इतिहास :
आवेदक के अच्छे क्रेडिट रिकॉर्ड देखा जाता है. इसमें कुछ भी डिफ़ॉल्ट
होने से बैंक, ऋण देने से मना भी कर सकता है.
·
रोजगार स्थिरता :
अगर उधारकर्ता वेतनभोगी है, तो
वर्तमान में 2 वर्षो तक की सैलिरी का रिकॉर्ड और अगर खुद का रोजगार है, तो
5 साल तक की आय का रिकॉर्ड देखा जाता है.
बैंक द्वारा उधारकर्ता को आवासीय
ऋण देने की जाँच प्रक्रिया (Bank Home Loan
checking procedure)
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बैंक को आपने जो जानकारी या
दस्तावेज़ दिए है उनकी जाँच होने के बाद बैंक या संस्था के प्रतिनिधि आपके घर, कार्यालय
का सत्यापन करेगे.
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बैंक आपकी आय की गणना करते हुए
जो भी आपका वेतन या बैंक स्टेटमेंट होगा उसके वे 30% को
ही बचत मानते है. जैसे कि अगर आपकी आय 60,000 रुपये
है तो बैंक द्वारा आपकी बचत 18,000 रुपये
मानी जाएगी और इसी के आधार पर आपको ऋण की पेशकश की जाएगी.
·
गृह ऋण को देने से पहले बैंक
वकील के माध्यम से आपकी सम्पति का क़ानूनी सत्यापन कराएँगे. वकील आपके सम्पति की
क़ानूनी रिपोर्ट जारी करेगा. यदि उधारकर्ता चाहे तो कुछ पैसों का भुगतान कर रिपोर्ट
की कॉपी प्राप्त कर सकता है.
आवासीय ऋण के लिए आवश्यक
दस्तावेज (Home Loan required
document)
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3 कॉपी
पासपोर्ट साइज फोटो
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आवासीय प्रमाण या पते का प्रमाण
पहचान पत्र :
आमदनी के प्रमाण के लिए :
आवासीय ऋण के लाभ (Home Loan
benefits)
आवासीय ऋण एक सुरक्षित ऋण होता है, जिसको लेने से आपको नुकसान की तुलना में फ़ायदा अधिक होता है. आवासीय ऋण लेने के कई फायदे है
जो कि निम्नवत है :-
मुद्रास्फीति से बचाव का लाभ :
अगर आप आवास ऋण ले कर अपने घर का
सपना पूरा करते है तो इसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह होगा कि लम्बी अवधि की मुद्रास्फीति
से बच सकते है, क्योकि हाल के कुछ वर्षों में
सम्पत्ति की कीमतों में अधिक उछाल आया
कम ब्याज दर का लाभ : आवास ऋण को चुकाने की नीति दीघ्रकालिक होती है इसमें ब्याज की दरे
बढ़ती और घटती रहती है, जिस वजह से जब ब्याज की दर कम होगी उस वक्त आपको फ़ायदा होगा
है
ब्याज की दर पर कटौती : अगर आप पहले से आवसीय ऋण के लिए ईएमआई का भुगतान कर रहे है तो आप
ब्याज कटौती के लिए दावा कर सकते है. इसके साथ ही आप आयकर को भी देने से बच सकते
है. आयकर अधिनियम की धारा 24 के सेक्शन 80 सी के अनुसार आप अपने आवास ऋण पर ब्याज कटौती का दावा कर सकते है.
इससे आप 2,00,000 तक के रूपये पर कर छुट पा सकते
है.
होम लोन के सम्बन्ध मे
महत्वपूर्ण बातें (Home Loan facts)
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होम लोन लेने से पहले सभी बैंकों
मे जाकर, उसकी शर्तो को तथा होम लोन की प्रकिया समझ लेनी चाहिये.
·
सभी बैंकों मे अलग-अलग ब्याज दर
होती है, उससे संबंधित पूरी जानकारी बैंक से ले, तथा
जिसमे ब्याज दर कम हो उसे देखे.
·
बैंक को स्वयं तथा सम्पति की सही
जानकारी दे व समय-समय पर बैंक की नयी शर्तो की भी जानकारी रखे.
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